“यूनिटी” संस्था ने महिला बंदियों व उनके बच्चो को वितरित किए कंबल व खाद्य सामग्री


शाहजहांपुर। सामाजिक संस्थान “यूनिटी” ने जिला कारागार में सभी महिला बंदियों व उनके साथ रह रहे बच्चों को गरम कम्बल व खाने की वस्तुयें भेंट की। साथ ही भारतीय संस्कृति व आध्यात्मिक धर्म दर्शन के ज्ञान बर्धन के लिए श्रीमद्भागवत गीता भी भेंट की गई। महिला बंदियों को यह सुझाया गया कि पढ़ी-लिखी महिला बंदी अन्य महिला बंदियों को गीता पाठ के द्वारा ज्ञानवर्धन का कार्य करें, इससे निरुद्धि के दौरान  उनमें अवसाद और तनाव भी घर नहीं कर पाएगा । “यूनिटी”  संस्था की संरक्षक डॉ संगीता मोहन, अध्यक्ष एकता अग्रवाल, सचिव शैली गुप्ता ,नीता अग्रवाल, रूपम वर्मा , डा. मनिका, रश्मि गुप्ता आदि मौजूद रहीं ,जिनके द्वारा सभी महिला बंदियों को कंबल भेंट किया तथा बिस्कुट एवं मिष्ठान वितरित किया।इस अवसर पर “यूनिटी”की संरक्षक डॉ. संगीता मोहन ने कहा की कारागार में रहते हुए महिलाएं अपने समय का उपयोग अपने व्यक्तित्व विकास और कौशल विकास में व्यतीत करें जिससे कि इस कारागार से छूटने के बाद वह आत्मनिर्भर होकर आत्मसम्मान के साथ समाज की मुख्य धारा में अपना योगदान दे सकें खुशी की बात यह है कि वर्तमान जेल अधीक्षक द्वारा कारागार में बंदियों के लिए इस तरह का वातावरण पैदा कर दिया है कि बंदी अपना कौशल विकास और व्यक्तित्व का विकास कर सकते हैं, कारागार में चलाए जा रहे अनेक कौशल विकास के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के द्वारा बंदी अपना कौशल विकास भी कर सकता है। जेल अधीक्षक मिजाजीलाल ने  “यूनिटी” संस्था के पदाधिकारियों का स्वागत किया और बंदियों के कल्याणार्थ उठाए गए कदम का स्वागत किया।

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